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रजब के महीना में कोई इबादत प्रमाणित नहीं

अभी हम रजब के महीने से गुजर रहे हैं, जो चार पवित्र महीनों में से एक है, इन चार महीनों में विशेष रूप से एक आदमी को अल्लाह की अवज्ञा से बचना चाहिए, इसके अलावा इस महीने की कोई विशेष इबादत साबित नहीं है। न इस महीने में विशेष रूप से नमाज़ पढ़ना साबित है, […]

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सूर्य नमस्कार

प्रति दिन सूर्य बिना किसी विलंब के अपने समय पर संसार को प्रकाशमान करते हुए निकलता है, जिसके प्रकाश में लोग अपने हज़ारों काम निपटाते हैं, यदि एक दिन के लिए भी सूर्य न निकले तो दुनिया में अंधेयारा छा जाए और इनसानों के हज़ारों काम धरे के धरे रह जाएं। पवित्र ग्रन्थ क़ुरआन जो […]

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शव्वाल के 6 रोज़े हमेशा रोज़ा रखने के समान हैं

रमज़ान के समाप्त होते ही एक मुस्लिम पर शैतान का आक्रमण सख्त हो जाता है, लेकिन अल्लाह के नेक बन्दों पर उसका दाव नहीं चल सकता, कि वे हर स्थिति में अल्लाह से अपना सम्बन्ध जोड़े होते हैं। अतः रमज़ान के समाप्त होते ही अल्लाह के बन्दे शव्वाल के 6 रोज़े रखना शुरू कर देते हैं और […]

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घर वापसीः कहाँ, कैसी और किस प्रकार होगी ?

ब्रह्मांड के निर्माता ने प्रथम मनुष्य आदम अलैहिस्सलाम की सन्तान से अर्थात् उनकी पीठों से उनकी सन्तति निकाली और उन्हें स्वयं उनके ऊपर गवाह बनाया कि क्या मैं तुम्हारा रब नहीं  हूं, बोले,  क्यों नहीं, हम गवाह हैं। तब अल्लाह ने कहा कि तुम महाप्रलय के दिन कहीं यह न कहने लगो कि “हमें तो […]

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रमज़ान के अन्तिम दशक का संदेश

अभी हम सब रमजान के अंतिम दस दिनों में प्रवेशकरने वाले हैं। यह अन्तिम दस दिन पूरे रमजान का सार है, इनके दिन रोज़ा रखने के और इनकी रातें इबादत के लिए हैं।इस दशक में वह रात आती है जिसे कुरआन हजार महीनों से बेहतर बताया है, जो वास्तव में एक लंबा जीवन पाने वाले […]

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रमज़ान के महीने से हम कैसे लाभ उठायें ?

हर साल रमजान का महीना हमारे सिर पर साया फ़िगन होता है, कुछ लोग इस महीने से खूब खूब फायदा उठाते हैं जबकि कुछ लोग सुस्ती और आलस्य में इसकी बरकतों से वंचित रह जाते हैं. परन्तु हर मुसलमान की इच्छा होती है कि वह रमज़ान की बरकतों को समेट ले, सवाल यह है कि […]

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इस्लाम एक माडर्न और अप टु डेट धर्म है

इस्लाम एक माडर्न और अप टु डेट धर्म है, माडर्न इतना कि दुनिया की सारी माडरनीटी इस्लाम की माडरनीटी के सामने फेल है, और अप टु डेट इतना कि इसके किसी भी क़ानून में Expiry Date नहीं। इस्लाम मानवता के सामने जो नियम और संविधान प्रस्तुत करता है चाहे उसका सम्बन्ध जीवन के किसी भी […]

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आर्य समाजियों के नाम

  हिन्दु भाइयों की अपनी आस्था है जिसका हम सम्मान करते हैं, उसका विश्लेषण हमारा उद्देश्य नहीं परन्तु इस लेख में हम यह दर्शाना चाहते हैं कि कुछ लोग हैं जो स्वयं को आर्य समाजी कहते हैं और हिन्दु भाइयों से अलग आस्था रखते हैं, तथा प्रतिदिन इस्लाम पर विभिन्न प्रकार की आपत्तियाँ करते रहते […]

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दीन के चार मूल आधार

दीन के चार मूल आधार हैं जिनकी जानकारी हर मुसलमान के लिए अत्यंत आवश्यक है, वह चार मूल आधार हैं: ज्ञान, प्रक्रिया, निमंत्रण और धैर्य। दूसरे शब्दों में सत्य की जानकारी, सत्य पर अमल, सत्य की ओर निमंत्रण और सत्य की शिक्षा, सत्य पर अमल और सत्य की ओर निमंत्रण में आने वाली परेशानियों पर […]

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अय्यामे बीज़ के रोज़ों में नबवी चमत्कार

अय्यामे बीज़ के रोज़ों में नबवी चमत्कार आज विज्ञान ने खोज द्वारा सिद्ध किया है कि जब चाँद पूर्ण हो जाता है तो उस अवधि में मानव शरीर भी इससे प्रभावित होता है, इसलिए अन्य दिनों की अपेक्षा इन दिनों में इंसान के अंदर भावुकता आ जाती है, उत्तेजना पैदा हो जाती है, सहवास में […]