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दावत हमारी ज़िम्मेदारी है

 सफात आलम मुहम्मद ज़ुबैर तैमी सबसे बेहतर काम जिस में एक मुसलमान का दिन और रात गुजरना चाहिए वह अल्लाह के रास्ते में दावत है, और क्यों ना हो कि यह नबियों और संदेष्टाओं का काम है, इसके महत्व को समझने के लिए यह जान लेना काफी है कि अल्लाह ने उसे सब से बेहतर […]

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सब से बड़ा अधिकार किसका ?

Safat Alam Taimi अगर कोई आदमी जरूरत के समय आपके पास आता है और आपको एक लाख रुपए देता है और कहता है कि उस से अपनी जरूरत पूरी कर लो, जरा बताइए! क्या हालत होगी आपके दिल की उस आदमी के प्रति? यही ना कि हर समय उसके सामने बिछे रहेंगे केवल इसलिए कि […]

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“ दान द्वारा अपने रोगियों का इलाज करो।”

यह बहुत ही अजीब कहानी है जिसकी पुष्टि अल्लाह और उसके रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर ईमान रखने वाला ही कर सकता है .. राजधानी रियाज़ के शहर हरीमला के मेरे एक दोस्त ने बताया कि इसी शहर की एक महिला ब्लड कैंसर की रोगी थी, अल्लाह इससे हमें सुरक्षित रखे। उसे देखभाल की जरूरत […]

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हम नरम स्वभाव के कैसे बनें ?

  विवेक,गंभीर स्वभाव और धैर्यता ऐसी सुनहरी विशेषताएँ हैं जिन्हें नैतिकता में में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, नरम स्वभाव रखने वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व लोकप्रिय होती है, उसका दुश्मन भी दोस्त बन जाता है और वह अल्लाह की दृष्टि में बहुत प्यारा और पसंदीदा होता है। अशज्ज अब्दुल क़ैस से अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि […]

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मुहम्मद सल्ल. कौन हैं?

वह वही हैं जिन्होंने 1400 साल पूर्व प्रत्येक मानवता के अधिकार की रखवाली की। उन्होंने पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के अधिकार की सुरक्षा की। उन्होंने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के बीच प्रेम को बढ़ावा देने की आज्ञा दी। उन्होंने मुसलमानों और गैर मुसलमानों के बीच संबंध बनाए रखने तथा सहिष्णुता स्थापित करने का आदेश दिया। उन्होंने […]

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अल्लाह की महानता आयतुल कुर्सी के दर्पण में

अल्लाह कि जिसके सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं, वह जीवन्त-सत्ता है, सबको सँभालने और क़ायम रखनेवाला है। उसे न ऊँघ लगती है और न निद्रा। उसी का है जो कुछ आकाशों में है और जो कुछ धरती में है। कौन है जो उसके यहाँ उसकी अनुमति के बिना सिफ़ारिश कर सके? वह जानता है जो कुछ […]

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ईसा अलैहिस्सलाम क़ुरआन के दर्पण में

ईसा अलैहिस्सलाम को हम सब जानते हैं और क्यों ना जानें कि उन पर ईमान रखना हर मुसलमान के लिए आवश्यक है। बल्कि जब भी हम उनका नाम लेते हैं तो उसके बाद अलैहिस्साल कहते हैं कि उन पर अल्लाह की शान्ति हो। कुरआन ने ईसा अलैहिस्सलाम और उनकी माँ मरयम अलैहस्सलाम के बारे में […]

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बुरे चरित्र से छुटकारा कैसे पायें ?

वह कौन से ऐसे संसाधन हैं जिन्हें अपना कर हम अपने चरित्र में   बदलाव ला सकते हैं ? इस संबंध में हम कुछ सुझाव आपकी सेवा में पेश कर रहे हैं: आदतों में परिवर्तन की आवश्यकता का अनुभव पैदा करें: सबसे पहले हम यह स्वीकार करें कि वास्तव में हमारी कुछ आदतें सुधार योग्य हैं, […]

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हम अपने दोष को कैसे पहचानें ?

अपनी कमियों की परख कैसे करें ? वे कौन से ऐसे मापदंड हैं जिनकी रोशनी में हम अपने दोष को जान सकते हैं  ? इस संबंध में कुछ सुझाव  प्रस्तुत है:  पहला तरीकाः यह है कि हम अल्लाह वालों की जीवनी का अध्ययन करें और उन से अपने आप की तुलना करें, उसी प्रकार अच्छे चरित्र […]

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इस्लाम स्वीकार करने के पश्चात पारिवारिक जीवन

 जब पति पत्नी एक साथ इस्लाम स्वीकार करें: यदि पति और पत्नी दोंनों एक साथ इस्लाम स्वीकार करें तो दोनों अपने पुराने निकाह पर बाक़ी रहेंगे। उनका निकाह दोहराने की ज़रूरत नहीं है। हाँ कुछ स्थितियाँ इस से पृथक हैं जैसेः यदि वह अपनी किसी महरम से शादी कर रखा था, जैसे भांजी अथवा भतीजी […]