|

समाज की प्रगति के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम

इस्लाम, असल शब्द सिल्म से लिया गया है जिस का अर्थ होता है कि प्रत्येक मानव एक दुसरे के तक्लिफ से सुरक्षित रहे, जैसा कि अल्लाह के नबी ने मुसलमान की परिभाषा कि है।  मुसलमान उसे कहते हैं जिस के जीभ और हाथ की परेशानियों से दुसरे मुसलमान सुरक्षित रहे।     (सही मुस्लिम और सही बुखारी […]

|

पति और पत्नी के अधिकार

अल्लाह तआला ने मनुष्य की रचना की और मनुष्य को दो महत्वपूर्ण लिंग में बांट दिया। पुरूष तथा महिला , यह जीवन के दो चक्के हैं जिस पर जीवन की गाड़ी चलती है या एक सिक्के के दो रुख हैं। जो एक दुसरे को शक्ति और सुख शांति प्रदान करते है और एक दुसरे के […]

|

रमज़ान तो चला गया लेकिन…!!

अभी हम सब कुछ दिनों पूर्व रमज़ान का बड़े हर्ष व उल्लास से प्रतिक्षा कर रहे थे, रमज़ान आया और चला भी गया परन्तु हमें कुछ पाठ दे कर गया है जिन्हें रमज़ान के बाद जानना अति आवश्यक हैः रमज़ान क्यों आया था? रमज़ान का महीना हमारे ईमान की बैटरी को चार्ज करने के लिए […]

|

मुहम्मद सल्ल. की दयातुला

  प्यारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की जात दयालुता और क्षमा का नमूना थी, आप ने कभी भी अपने नफ्स के लिए बदला नहीं लिया, लेकिन अगर अल्लाह के आदेशों का उल्लंघन होता तो अल्लाह के लिए बदला लेते थे, वरना माफ कर देते थे, उहुद के युद्ध में काफिरों ने आप के दांत […]

|

मोबाइल फोन के शिष्टाचार

  अल्लाहने हम सबको अनगिनत नेमतों से नवाज़ा है जिन से हम आए दिन लाभ उठा रहे हैं….इन सारी नेमतों में सब से महान नेमत इस्लाम के बाद बुद्धि है,  इसी ज्ञान के आधार पर हम नई नई चीजें ईजाद कर रहे हैं, कभी हमने सोचा कि यह बुद्धि कहाँ से आई? यह ज्ञान किसने […]

|

यात्रा के शिष्टाचार

इनसान अपने जीवन में मुक़ीम होता है या यात्री। इक़ामत अथवा निवास वह स्थान है जहाँ एक व्यक्ति हमेशा के लिए रहता या ठहरता है जब कि यात्रा सीमित दिनों के लिए किसी विशेष उद्देश्य के अंतर्गत होती है। इसमें सामान्य स्थिति से निकल कर एक व्यक्ति विशेष स्थिति में आ जाता है जहाँ पर […]

|

अहमद ” लुसियो ” के इस्लाम स्वीकार करने की कहानी

 सफात आलम मुहम्मद ज़ुबैर तैमी मेरा नाम अहमद फहद (लुसियो सी डो रेगू ) है, में भारतीय राज्य गोवा का रहने वाला हूँ, मेरा जन्म ईसाई परिवार में हुआ लेकिन अल्लाह ने मुझे इस्लाम की तौफ़ीक़ दी और में इस्लाम को गले लगा लिया, मुस्लिम परिवार की एक नेक लड़की से दो साल पहले मैंने […]

|

अनुमति लेने के शिष्टाचार

अनुमति लेना एक अच्छे और सांस्कृतिक इनसान की पहचान है जो उसकी लज्जा, बहादुरी और सज्जनता का प्रमाण है। विदित है कि यदि कोई व्यक्ति किसी के पास उसकी अनुमति के बिना चला जाता है तो उसको ऐसी स्थिति में देखेगा जिसमें शायद उसे देखना अथवा देखा जाना अप्रिय हो। इसी लिए इस्लाम ने अनुमति […]

|

आलस्य और उस से बचाव कैसे ?

सफात आलम मुहम्मद ज़ुबैर तैमी आलस्य मानव समाज का एक ऐसा रोग है जिसके आज अधिकांश लोग शिकार हैं। यह रोग किसी भी इनसान के लिए प्रिय नहीं होता विषेश रूप में जबकि आलस्य अपनी हद को पार कर जाए। यदि शरीर में कभी कभार आलस्य आ जाए तो कोई दोष की बात नहीं कि […]

|

ग़ुस्सा मत करो

एक आदमी ने हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा को गाली दी, जब वह चुप हो गया तो इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा ने अपने गुलाम इकरमा से कहा इकरमा! देखो, इस आदमी को कोई जरूरत तो नहीं है अगर है तो पूरी कर दी जाए – यह सुनकर उस व्यक्ति ने अपना सिर झुका लिया और […]