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हज्जतुल विदा के भाषण पर चिंतन मनन (भाग 2)

3- जातिवाद तथा रंग और वंश के आधार पर भेद भाव का खंडनः  अन्तिम हज के भाषण में आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने तीसरी बात जो कही उसका सम्बन्ध जातिवाद तथा रंग और वंश के आधार पर भेद भाव को समाप्त करने से था। अतः आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने  रंग और वंश […]

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फुजूलखर्ची से कैसे बचें ?

फुजूल-खर्ची से हम कैसे बचें इस विषय पर बात करने से पहले फुजूल-खर्ची के कारणों का चर्चा करना उचित मालूम होता है। सब से पहले फुज़ूलख़र्ची करने वाला अज्ञानता के कारण फुजूलखर्ची करता है, यदि उसके अंदर सही चेतना होती तो कभी फुजूलखर्ची नहीं करता। उसी प्रकार परिवार और वातावरण का भी प्रभाव होता है, आपका […]

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फुजूलखर्ची को लगाम दीजिए

इस्लाम जीवन के हर क्षेत्र में मध्यम और संतुलन की शिक्षा देता है, किसी चीज़ के उपयोग में एक ओर कंजूसी से मना करता है तो दूसरी ओर फुजूलखर्ची से रोकता है और हर हालत में संतुलन अपनाने पर बल देता है। क़ुरआन ने कहा: “खाओ और पियो, परन्तु हद से आगे न बढ़ो। निश्चय […]

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संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम भी हमारी बिगड़ी नहीं बना सकते 

हम मुसलमानों की आस्था है कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम सारी मानवता में सबसे बेहतर हैं। उनसे बेहतर व्यक्ति इस धरती पर न जन्म लिया न महा प्रलय के दिन तक जन्म ले सकता है। वह सबसे अधिक नेक, सबसे संयम, सबसे अधिक उसका भय रखने वाले थे। वह अल्लाह का सबसे अधिक ज्ञान […]

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रिश्तेदारों के साथ अच्छा व्यवहार करें

मनुष्य स्वाभाविक रूप में समाजी होता है, जब वह दुनिया में आंखें खोलता है तो वह अपने सामने अपने परिवार और वंश के विभिन्न लोगों को देखा है, माता-पिता, भाई बहन, दादा दादी, नाना नानी, चचा फूफी और मामू मौसी, सब उसे लाड प्यार से पालते हैं। सारे उसकी खुशी और ग़म में बराबर सहभागी […]

वुज़ू करने का तरीका़
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वुज़ू करने का तरीका़

नमाज़ पढ़ने से प्रथम छोटी और बड़ी पाकी (पवित्रता ) प्राप्त करना अनिवार्य है। जो व्यक्ति नापाक (अपवित्र) हो तो वह नमाज़ नहीं पढ़ सकता जब तक कि वह वुज़ू कर ले या ग़ुस्ल (स्नान) कर लें फिर नमाज़ आरम्भ करे। इसी लिए वुज़ू का तरीका बयान किया जाता है। वुज़ू करने का तरीका़ हदीस […]

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तयम्मुम करने का सही तरीका

जब किसी व्यक्ति के लिए पानी का प्रयोग कष्ठकारण हो या पानी उपलब्ध न हो तो उस समय अल्लाह तआला ने मुसलमानों पर सरलता करते हुए तयम्मुम करने की अनुमति दी है जिसे नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने अमली उदाहरण से सपष्ट किया है। निम्न में तयम्मुम के अहकाम विस्तार से बयान किया जाता है। […]

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अल्लाह कौन?

अल्लाह कौन? हमारे मन में यह प्रश्न बार बार उभरता  है कि अल्लाह कौन  है ? वह कैसा है ? उस के गुण क्या हैं ? वह कहाँ  है ? अल्लाह का शब्द मन में आते ही एक  महान महिमा की कल्पना मन  में पैदा होती  है जो हर वस्तु का स्वामी और रब  हो। उसने हर वस्तु को […]

गाय क़ुरआन के दर्पण में
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गाय क़ुरआन के दर्पण में

एक सज्जन ने बड़े ज़ोरदार तरीक़े से टिप्पणी की है कि क़ुरआन में गौहत्या से रोका गया है, मैं उसकी टिप्पणी पढ़ कर दंग रह गया कि कैसे लोग इतना सफेद झूठ बोलते हैं, और मन में आया कि इस बारे में कुछ लिखा जाए। ज्ञात होना चाहिए कि क़ुरआन सत्य और असत्य को परखने […]

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هل العقل وحده كافٍ للإيمان ولا حاجة للوحي؟

بدون العودة بالعقل إلى وظيفته الأصلية ضمن أطرٍ ومسلمات يؤمنها الوحي ويحدد أبعادها الكتاب فإننا نظلم العقل وندخله ميادين ليست ميادينه وحروبا ليست حروبه